डॉ. बी.आर. अम्बेडकर ने अपनी शैक्षणिक यात्रा के दौरान कई उपाधियाँ प्राप्त कीं, जो अपने समय के सबसे शिक्षित और निपुण व्यक्तियों में से एक बन गए। यहां उन्होंने जो डिग्रियां अर्जित की हैं:
स्नातक की डिग्री: अम्बेडकर ने 1912 में कला स्नातक (बीए) की डिग्री और 1913 में बॉम्बे विश्वविद्यालय (अब मुंबई विश्वविद्यालय) से कानून में स्नातक (एलएलबी) की डिग्री प्राप्त की। इन डिग्रियों ने उनके कानूनी और विद्वतापूर्ण कार्यों की नींव रखी।
मास्टर डिग्री: अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, अम्बेडकर ने संयुक्त राज्य अमेरिका में उच्च शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने 1915 में अर्थशास्त्र में मास्टर ऑफ आर्ट्स (एम.ए.) की डिग्री और न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय से 1927 में अर्थशास्त्र में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (पीएचडी) की डिग्री हासिल की।
डी.एससी. (डॉक्टर ऑफ साइंस): 1952 में, डॉ. अम्बेडकर ने अर्थशास्त्र और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए कोलंबिया विश्वविद्यालय से डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि प्राप्त की।
बैरिस्टर-एट-लॉ: अकादमिक डिग्री के अलावा, डॉ. अम्बेडकर ने 1923 में ग्रेज़ इन, लंदन से बैरिस्टर-एट-लॉ की योग्यता भी प्राप्त की। इस डिग्री ने उन्हें भारत में कानून का अभ्यास करने और कानूनी और महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम बनाया। संवैधानिक मामले।
डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की विविध शैक्षिक पृष्ठभूमि और शैक्षणिक उपलब्धियों ने न केवल सामाजिक, आर्थिक और कानूनी मुद्दों की उनकी समझ को समृद्ध किया बल्कि उन्हें भारत में वंचित समुदायों के अधिकारों और कल्याण के लिए लड़ने के ज्ञान और विशेषज्ञता से भी लैस किया।