डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा अध्यक्षीय भाषण मुंबई फोरास रोड म्युनिसिपल सीमेंट चाल नं. १८ . बडे तोर पर जनसभा की ओर से भवन निर्माण कोष में मदद के लिए जनसभा की।
मुंबई फोरास रोड म्युनिसिपल सीमेंट चाल नं. १८ रविवार ४ दिसम्बर १९३८ को रात्रि १० बजे यहाँ मंडली की उपस्थिति में डॉ. भवन निर्माण निधि की सहायता के लिए बाबासाहेब अम्बेडकर की अध्यक्षता में जंगी जनसभा का आयोजन किया गया। इस बैठक में मेसर्स. डोंडे, के. वी चित्र, भाई प्रधान, विधायक डी. जी। जाधव, सी. एन। मोहिते, दादासाहेब गायकवाड़, टी. एम। गुंडेकर, मडके बुआ, रेवजी डोलस, एस. पी। धोत्रे, वाडवलकर और केशवराव अडेकर आदि मौजूद थे। समुदाय लगभग तीन, चार हजार था। अनुसूचित अध्यक्ष डॉ. जैसे ही बाबासाहेब अम्बेडकर और अन्य यूरोपीय अतिथि आराधनालय में पहुंचे, लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका हार्दिक स्वागत किया। तब सी. एन। मोहिते मास्टर ने नियोजित अध्यक्षता का प्रस्ताव रखा। इस मौके पर उन्होंने लोगों को भवन की जरूरत के बारे में बताया। साथ ही फोरास रोड नगर निगम चल नं. उन्होंने यह भी कहा कि खास बात यह है कि यहां स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत लोगों द्वारा आज 235 रुपए जमा किए गए हैं। तब के. डी। शिर्के द्वारा मोहिते मास्टर द्वारा अध्यक्षता की सिफारिश को मंजूरी दिए जाने के बाद, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने राष्ट्रपति पद ग्रहण किया।
इस अवसर पर प्रथम मडके बुआ, रेवजी डोलास एवं प्रा. दोंडे साहब के भाषण सामयिक थे। उसके बाद डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर बोलने के लिए खड़े हुए।
इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने बाइबिल के ओल्ड टेस्टामेंट में यहूदी लोगों के दिल टूटने और उनकी गुलामी की कहानी सुनाई। टाइटस ने यहूदियों की गुलामी और अस्पृश्यों की स्थिति के बीच के अंतर को समझाया। बाद में महाड़ के सत्याग्रह से लेकर आज तक की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति का अवलोकन किया।
भवन निर्माण कोष की बात करते हुए डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने कहा,
प्रत्येक चाली के लोग अपनी ओर से पाँच-पाँच व्यक्तियों की समिति नियुक्त करें और चाली में अठारह वर्ष से अधिक आयु के स्त्री-पुरुषों की संख्या गिनें अर्थात् उस चाली के लोगों से कितने रुपये प्राप्त हों।
मैं समझ लूंगा प्रत्येक व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुसार व्यक्तिगत रूप से 1 रुपये से अधिक का भुगतान करना चाहिए। मुंबई स्कूल कमेटी विभाग के हर शिक्षक से वेतन लेने जा रही है। आज हमारे काम का दायरा बढ़ने के कारण समाज और राजनीति के सूत्रो को आगे बढ़ाने के लिए खुद का भवन होना नितांत आवश्यक है। अब दूसरी बात आने वाले नगर निकाय चुनाव की है। मैंने इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी के लिए नौ उम्मीदवार उतारे हैं। उन्हें अपने सभी वोटों से चुना जाना चाहिए। कांग्रेस की तुलना में सभी राजनीतिक दल फीके हैं। कुछ विलुप्त हैं। लेकिन आज इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी कांग्रेस विरोधी के रूप में अकेली खड़ी है। यह पार्टी गरीब मजदूरों की है। तब वह पार्टी इस नगर निकाय चुनाव में पूरी तरह से सफल हो। खुश रहो मैं उन लोगों का आभारी हूं जिन्होंने भवन निर्माण कोष में 235 रुपये का योगदान दिया। भवन निधि की सदस्यता लेने वालों के नाम जनता पत्र में प्रकाशित किये जायेंगे।
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इस प्रकार डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने धाराप्रवाह, उत्कटता और अधिकार के साथ लगभग 2 घंटे तक बात की।
बाद में, मोहिते मास्टर ने राष्ट्रपति और एकत्रित मण्डली को धन्यवाद दिया, माल्यार्पण किया गया। साढ़े बारह बजे मीटिंग का काम खत्म हो गया। बाद में मि. कार्दकर का जलसा कार्यक्रम हुआ। इस भवन निर्माण निधि समारोह में श्री. राजाराम हीराजी मतवंकर और कृष्ण कालू कुम्भवडेकर ने बहुत मेहनत की। साथ ही गंगाबाई सत्तारकर ने भी काम को अंजाम देने में मदद की।
✍🏻संकलन – आयु. संघमित्रा रामचंद्रराव मोरे
Influence of Independent Labor Party – Dr. Babasaheb Ambedkar