30 मिनट की छोटी स्क्रिप्ट बनाने में कई चरण शामिल होते हैं। आरंभ करने में आपकी सहायता के लिए यहां चरण-दर-चरण मार्गदर्शिका दी गई है:
एक शैली चुनें: अपनी स्क्रिप्ट की शैली तय करें। यह ड्रामा, कॉमेडी, थ्रिलर, रोमांस या कोई अन्य शैली हो सकती है जिसमें आपकी रुचि हो।
कहानी के विचार को परिभाषित करें: एक आकर्षक कहानी के विचार या अवधारणा के साथ आएं। यह वास्तविक जीवन की घटनाओं, व्यक्तिगत अनुभवों या पूरी तरह से काल्पनिक से प्रेरित हो सकता है।
पात्रों का विकास करें: दिलचस्प और सर्वांगीण पात्र बनाएं जो आपकी कहानी में फिट हों। प्रत्येक चरित्र की अपनी प्रेरणाएँ, संघर्ष और चाप होने चाहिए।
कथानक की रूपरेखा बनाएँ: कथानक की मूल रूपरेखा बनाएँ। इसमें कहानी में घटित होने वाली प्रमुख घटनाएं और महत्वपूर्ण मोड़ शामिल होने चाहिए।
स्क्रिप्ट लिखें: मानक पटकथा प्रारूप का उपयोग करके स्क्रिप्ट लिखना शुरू करें। फ़ॉर्मेटिंग को आसान बनाने के लिए फ़ाइनल ड्राफ्ट, सेल्टक्स, या किसी अन्य स्क्रिप्ट राइटिंग टूल जैसे सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।
दृश्य सेट करें: किसी भी आवश्यक चरण निर्देश या संकेत सहित प्रत्येक दृश्य के लिए सेटिंग्स का स्पष्ट रूप से वर्णन करें।
संवाद लिखें: अपने पात्रों के लिए आकर्षक और स्वाभाविक लगने वाले संवाद तैयार करें। सुनिश्चित करें कि प्रत्येक पंक्ति चरित्र विकास या कथानक की प्रगति में योगदान दे।
ट्रांज़िशन शामिल करें: दृश्य परिवर्तन और गति को इंगित करने के लिए फ़ेड इन, फ़ेड आउट, कट टू आदि जैसे ट्रांज़िशन का उपयोग करें।
संपादित करें और संशोधित करें: एक बार जब आप पहला ड्राफ्ट पूरा कर लें, तो स्पष्टता, स्थिरता और प्रवाह के लिए स्क्रिप्ट की समीक्षा करें और संशोधित करें।
फीडबैक लें: फीडबैक पाने के लिए अपनी स्क्रिप्ट दोस्तों, परिवार या लेखन समूहों के साथ साझा करें। अपनी स्क्रिप्ट को और बेहतर बनाने के लिए उनके सुझावों का उपयोग करें।
स्क्रिप्ट को अंतिम रूप दें: फीडबैक को शामिल करने और अंतिम संशोधन करने के बाद, आपकी स्क्रिप्ट उत्पादन के लिए तैयार होनी चाहिए।
याद रखें, 30 मिनट की स्क्रिप्ट आम तौर पर 30 पृष्ठों से अधिक नहीं होनी चाहिए, क्योंकि एक पृष्ठ का मतलब आम तौर पर लगभग एक मिनट का स्क्रीन समय होता है। सीमित समय का अधिकतम लाभ उठाने के लिए कहानी को केंद्रित रखें और गति को सख्त रखें। शुभ लेखन!
Script writing career scope: एक स्क्रिप्ट राइटर (पटकथा लेखक) के तौर पर नाम और पैसा कमाने के अलावा आप अपने करियर को भरपूर एन्जॉय कर सकते हैं. जानें इसके लिए जरूरी योग्यता, संस्थान से लेकर सैलरी तक के बारे में.
Career in Script Writing: स्क्रिप्ट राइटर बनकर कैसे दें करियर को उड़ान, जानें कोर्स, स्किल्स और कमाई
कुछ नया सोचते हुए, उसे कागज़ पर उतारने की कला सीखकर आप अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं. एक पटकथा लेखक (script writer) के तौर पर नाम और पैसा कमाने के अलावा आप अपने करियर को भरपूर एन्जॉय कर सकते हैं. एक पटकथा लेखक क्या करता है? जानिए स्क्रिप्ट राइटर के वेतन, आवश्यक योग्यता और प्रशिक्षण संस्थान आदि के बारे में.
पटकथा लेखक के काम और जिम्मेदारियां
एक स्क्रिप्ट राइटर लिखने-पढ़ने की हॉबी को अपना प्रोफेशन बनाता है. हालांकि पटकथा लेखन की प्रक्रिया एक टेढ़े-मेढ़े घुमावदार रास्ते पर चलने की तरह है. लेकिन इस प्रक्रिया में आने वाली कठिनाइयों के पार, जब एक प्रोफेशनल स्क्रिप्ट राइटर द्वारा लिखा गया कुछ भी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचता है, तब वह अपने लेखन की यात्रा को काफी एन्जॉय कर सकता सकते है. इस फील्ड में बेहतर करियर बनाने के लिए इन कर्तव्यों का पालन करने की क्षमता होनी चाहिए-
पटकथा लेखक (स्क्रिप्ट राइटर) किसी भी फिल्म, टीवी सीरियल, वेब सीरीज़, विज्ञापन आदि का एक अनिवार्य हिस्सा होते हैं. क्योंकि वे संवाद, चरित्र और कहानी बनाने के लिए जिम्मेदार होते हैं. पटकथा लेखक अक्सर एक विशेष शैली के विशेषज्ञ होते हैं- जैसे कि कॉमेडी या साइंस फिक्शन. एक अच्छा स्क्रिप्ट राइटर शब्दों से खेलने में माहिर होता है. शब्दों का जाल बुनते-बुनते वह दर्शकों या पाठकों के लिए दुनियाभर की सूचनाएं परोस देता है. ऐसा करते हुए वह मनोरंजन के साथ, मानवीय संवेदनाओं को झकझोर डालता है. स्क्रिप्ट राइटर ही सिचुएशन के अनुसार पटकथा में बदलाव लाता है.
– मूल विचारों और भावनाओं को रचनात्मक तरीके से सामने रखने की क्षमता – स्क्रीनप्ले के लिए विचार विकसित करना – पटकथाओं के लिए प्रारंभिक ढांचा बनाना – आवश्यकता के मुताबिक स्क्रीनप्ले में बदलाव लाना – एक कहानी को एक स्क्रिप्ट में बदलना – पटकथा और विचारों को पिच करने की योग्यता – दृश्यों में विजुअल एलिमेंट्स को कथानक और संवाद के साथ जोड़ना – आवश्यकतानुसार स्क्रिप्ट को संपादित करने के लिए निर्माताओं और निर्देशकों के साथ काम करना
स्क्रिप्ट राइटर मूल सामग्री के अलावा, वास्तविक घटनाओं के आधार पर भी स्क्रिप्ट लिख सकते हैं. कई बार उन्हें पहले से उपलब्ध कहानी या घटना को फिर से लिखने का काम भी करना पड़ता है. वास्तविक घटनाओं पर आधारित स्क्रिप्ट के लिए, पटकथा लेखकों को लिखने से पहले रिसर्च करना चाहिए. स्क्रिप्ट राइटिंग में सफल होने के लिए, काम के मामले में अनुशासनप्रिय होने का गुण होना सबसे जरुरी है. इसके अलावा निम्नलिखित कौशल और गुणों की आवश्यकता होती है-
लेखन कौशल: इस नौकरी के लिए भाषा पर मजबूत पकड़ और एक सम्मोहक कहानी लिखने की क्षमता बहुत जरूरी है.
अवलोकन कौशल: रियल लाइफ से जुड़ी घटनाओं पर पैनी नज़र. कई पटकथा लेखक वास्तविक घटनाओं, स्थानों और वास्तविक जीवन में देखे गए लोगों के आधार पर पात्रों का चयन करते हैं.
रचनात्मकता: पटकथा लेखकों को नये विचारों के साथ आने में सक्षम होना चाहिए. उन्हें सिचुएशन के मुताबिक सटीक शब्दों में लिखने का प्रयास करना चाहिए. शब्दों की अभिव्यक्ति की क्षमता, क्रिएटिव माइंड और तार्किक क्षमता के दम पर एक साधारण कहानी को रोचक अंदाज़ में लिखा जा सकता है.
पारस्परिक कौशल: एक फिल्म पर काम करते समय, पटकथा लेखकों को आवश्यकतानुसार स्क्रिप्ट बदलाव करने के लिए निर्माता, निर्देशक और टीम के अन्य सदस्यों के साथ काम करना चाहिए. उन्हें अपना स्क्रीनप्ले को प्रभावी ढंग से पिच करने में भी सक्षम होना चाहिए.
वेतन तथा अन्य लाभ : एक पटकथा लेखक का वेतन स्थान, अनुभव और नियोक्ता के आधार पर अलग-अलग हो सकता है. एक एंट्री-लेवल स्क्रिप्ट राइटर ₹3,60,000 से ₹4,00,000 तक का औसत वेतन पाता है. इतना ही नहीं वह टिप्स, बोनस और ओवरटाइम वेतन पाने की उम्मीद भी कर सकता है. करीब 1 से 4 साल के अनुभव के साथ एक स्क्रिप्ट राइटर औसतन ₹5,50,000 रुपये कमा सकता है. बाद में एक कुशल स्क्रिप्ट राइटर को औसतन 15 से 25 लाख रुपये तक मिलते हैं. एक फ्रीलांस पटकथा लेखक प्रोजेक्ट के आधार पर वेतन से कहीं अधिक कमा लेता है.
शिक्षा और प्रशिक्षण : आजकल लेखन का क्षेत्र आर्थिक निर्भरता के रूप में सामने आया है, जिसमें आप अच्छी शुरुआत कर सकते हैं. पटकथा लेखकों को विशिष्ट शिक्षा, प्रशिक्षण या सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन इच्छुक पटकथा लेखक रचनात्मक लेखन और फिल्म में कक्षाएं लेने से लाभान्वित हो सकते हैं.
कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय विशेष पटकथा लेखन कार्यक्रम और डिग्री प्रदान करते हैं, लेखन में करियर बनाने के लिए निश्चित तौर पर अधिक पढ़ना आवश्यक है. हमेशा जागरूक बने रहना और उन सभी घटनाओं के प्रति सजग रहना जरुरी है, जो देश-विदेश में घटित हो रही हैं. घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर अपनी राय बनाना एक लेखक के लिए बहुत जरूरी है. लेखन की दुनिया विविधताओं से भरी हैं. लिखने के लिए बहुत कुछ है, मगर लिखें वही, जिसमें आपकी अभिरुचि हो .
भारत में कई संस्थान और कॉलेज पटकथा लेखन में अच्छे पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं. भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान, पुणे फीचर फिल्म पटकथा लेखन में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम प्रदान करता है. सत्यजीत रे फिल्म और टेलीविजन संस्थान, कोलकाता निर्देशन और पटकथा लेखन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी प्रदान करता है. डिजिटल अकादमी, मुंबई पटकथा लेखन में डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी प्रदान करती है. आप दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों से क्रिएटिव राइटिंग में बीए प्रोग्राम कोर्स कर सकते हैं.