अक्कलकोट, महाराष्ट्र, भारत : नगर निगम की ओर से पश्चिमी महाराष्ट्र में सबसे बड़े बुद्ध विहार गार्डन का निर्माण करोड़ों रुपये की लागत से किया जा रहा है। यह विहार बौद्धों सहित सभी के लिए एक आध्यात्मिक केंद्र विकसित करेगा। पूर्व नगरसेवक उत्तम गायकवाड़ लगातार इस काम को आगे बढ़ा रहे हैं।
2014 में काम शुरू हुआ था। शुरुआत में नगर परिषद ने 74 लाख रुपये की मंजूरी दी थी। 2016 में 74 लाख बढ़ी हुई धनराशि स्वीकृत की गई। दीवार परिसर के निर्माण के लिए 50 लाख, सामने सीमेंट रोड के लिए 45 लाख, दो हैक्स के साथ स्ट्रीटलाइट के लिए 35 लाख और स्ट्रीट लाइट के लिए 45 लाख, उद्यान, मूर्ति और स्तूप के लिए 2 करोड़ 41 लाख, कुल अब तक 5 करोड़ 64 लाख का काम पूरा हो चुका है। गेट 51 लाख का है। चार स्तंभों पर 35 फीट का गुंबद बनाया गया है। बुद्ध हस्त मुद्रा, अशोक चक्र, स्तूप, प्रार्थना चक्र, लॉन, पार्क आदि के साथ एक भव्य विहार आकार ले रहा है।
गुंबद सहित 5000 वर्ग फुट का काम पूरा हो चुका है। बुद्ध विहार, उद्यान, विहार के लिए लगभग 7 हजार वर्ग फुट का निर्माण कार्य किया जा चुका है। गुंबद 35 फीट है। थाईलैंड से गौतम बुद्ध की आठ फुट की पंचधातु की मूर्ति मंगवाई जाएगी।
धम्म विचारों को फैलाने का प्रयास : उत्तम गायकवाड़, पूर्व नगरसेवक
यह बुद्ध विहार का साधारण काम नहीं है। हम धम्म विचारों के प्रसार के कार्य को जारी रखते हैं। पश्चिमी महाराष्ट्र में इसे शानदार सैरगाह बनाने के प्रयास चल रहे हैं। यह परिवार और मन की शांति के साथ बौद्धों सहित सभी के लिए सम्मान का स्थान होगा।
बढ़ी हुई धनराशि के लिए प्रस्ताव भेजें : सचिन पाटिल, प्राचार्य, अक्कलकोट
अनुमान दो बार संशोधित किया गया था। बढ़ी हुई धनराशि के लिए फिर से संशोधन करेंगे। इस गार्डन की कीमत ढाई करोड़ है। बिहार और उसके आसपास की कीमत ढाई करोड़ रुपए है। जितनी राशि स्वीकृत हुई, उतना काम हुआ है। जैसे-जैसे काम बढ़ता गया खर्चा बढ़ता गया। एक और डेढ़ करोड़ फंड की जरूरत है। संशोधित अनुमान सरकार को भेजा जाना है।